तुम बैठो, मैं अभी 5 मिनट में कॉफ़ी बनाकर लाती हूँ। सब कहते हैं, मैं अच्छी कॉफ़ी बनाती हूँ तुम बैठो, मैं अभी 5 मिनट में कॉफ़ी बनाकर लाती हूँ। सब कहते हैं, मैं अच्छी कॉफ़ी बन...
उनकी चाहतों में डूब जाने की है मेरी तमन्ना, कि पूरी ना हुई तो मुमकिन है मैं मर जाऊँग उनकी चाहतों में डूब जाने की है मेरी तमन्ना, कि पूरी ना हुई तो मुमकिन है मैं ...
रॉनी चाचू के पास आकर रोने लग गया था। उसका बालमन आहत था। रॉनी चाचू के पास आकर रोने लग गया था। उसका बालमन आहत था।
प्रतीक के पिताजी अपनी मृत्यु के बाद नेत्रदान की इच्छा जाहिर की थी। प्रतीक के पिताजी अपनी मृत्यु के बाद नेत्रदान की इच्छा जाहिर की थी।