रंग बरसे
रंग बरसे
रंगों का त्योहार प्यारा होली है आया। कोरोना काल की पहली होली हम सब मनाएंगे। हम सब पूरी सावधानी भी रखेंगे। अपने जीवन के प्यारे से इंद्रधनुष में खुशियों के रंगों को भरेंगे। हमारे इंद्रधनुष में पहला रंग होना चाहिए आदर सम्मान का, दूसरा रंग प्रेम प्यार का, तीसरा रंग हमेशा खुश रहने का, चौथा रंग कभी मुश्किल आए तो पीछे ना हटने का, पाँचवाँ रंग सबकी मदद करने का, छठवां रंग बुजुर्गों की सेवा करने का, और सबसे प्यारा और अंतिम रंग सातवां रंग अच्छी राह पर चलना और दूसरों को भी अच्छी राह पर चलाना। कोरी सुंदरता क्या कर पाएगी मंदिर तक नहीं ले जाएगी। दिल की सुंदरता होनी चाहिए तो सब कुछ सुंदर ही दिखता है। हमें अपने आप से प्यार करना चाहिए तो सब कुछ प्यारा दिखता है। इस होली में हम पानी से नहीं खेलेंगे। हम सब मिलकर घर का ही मां के हाथ का स्वादिष्ट बना खाना खाएंगे। खुश रहेंगे और खुशियां बाटेंगे। यह सब रंग हमें अपने जीवन के इंद्रधनुष में भरने है।