पूरी बस उस किले वाले कमरे में बदल गई और अब सिर्फ शोर था और चीखें थी। पूरी बस उस किले वाले कमरे में बदल गई और अब सिर्फ शोर था और चीखें थी।
वह इतनी कठोर हो जाती हैं कि दर्द व भावनायें उस पर काम नहीं करते l वह इतनी कठोर हो जाती हैं कि दर्द व भावनायें उस पर काम नहीं करते l
युगांतर की उत्सुकता हाई बी.पी.की तरह शूट कर गई है..और उधर अतुल ने जाने क्यों चुप्पी सा युगांतर की उत्सुकता हाई बी.पी.की तरह शूट कर गई है..और उधर अतुल ने जाने क्यों चुप...
मैसेज के साथ डीपी पर भी दृष्टि गई और मन ही मन तय कर लिया कि बात तो करनी ही है। मैसेज के साथ डीपी पर भी दृष्टि गई और मन ही मन तय कर लिया कि बात तो करनी ही है।
जिसमें शाह साहब ने बहुत ही सजीव चित्रण अपने बैतों के माध्यम से किया है। जिसमें शाह साहब ने बहुत ही सजीव चित्रण अपने बैतों के माध्यम से किया है।
दिलीप कुमार पर भी कभी कुछ इस तरह के आरोप लगे। दिलीप कुमार पर भी कभी कुछ इस तरह के आरोप लगे।