मुरारी के पहले ख्वाब को पंख लगते देख मुझे भी काफी खुशी मिली। मुरारी के पहले ख्वाब को पंख लगते देख मुझे भी काफी खुशी मिली।
जैसे केवल हर मजदूर कि आत्मा और रामू साहब उनकी संतान इंकलाब के जिंदबाद है। जैसे केवल हर मजदूर कि आत्मा और रामू साहब उनकी संतान इंकलाब के जिंदबाद है।
फसाने तो हकीकत के होते हैं सपनों के तो बस अफ़साने होते हैं। फसाने तो हकीकत के होते हैं सपनों के तो बस अफ़साने होते हैं।
इसकी क्या गारंटी है कि अगर मैंने उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली तो मेरा भविष्य स्वर्णिम ही होगा? इसकी क्या गारंटी है कि अगर मैंने उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली तो मेरा भविष्य स्वर्ण...
हमारी जिंदगी सँवरी ही नहीं, और हम ख्वाब बुन रहे माँ-बाप की बेहतर जिंदगी के। हमारी जिंदगी सँवरी ही नहीं, और हम ख्वाब बुन रहे माँ-बाप की बेहतर जिंदगी के।
ख्वाब वो ही देखते हैं जो उसे पूरा करने की हिम्मत रखते हैं। ख्वाब वो ही देखते हैं जो उसे पूरा करने की हिम्मत रखते हैं।