बहुत ही खूबसूरत है ये प्रकृति का नज़ारा इसमें समाया है जन्नत का हर एक नज़ारा। बहुत ही खूबसूरत है ये प्रकृति का नज़ारा इसमें समाया है जन्नत का हर एक नज़ारा।
आज भी अगर दूर से भी कोई काला मच्छर दिख जाए तो मैं तुरंत रास्ता बदल लेता हूँ। आज भी अगर दूर से भी कोई काला मच्छर दिख जाए तो मैं तुरंत रास्ता बदल लेता हूँ।
लगा जैसे सुबह तो आज ही हुई है इतने दिनों के बाद। लगा जैसे सुबह तो आज ही हुई है इतने दिनों के बाद।
आज सोमेश के संस्कारों पर पड़ा था उसके निशान लंबे समय तक सोमेश के दिल पर रहेंगे। आज सोमेश के संस्कारों पर पड़ा था उसके निशान लंबे समय तक सोमेश के दिल पर रहेंगे।
“सर जी ! यह निक्कू बाबा का लंच बॉक्स , घर पर ही भूल आये थे, देने आया हूँ।” “सर जी ! यह निक्कू बाबा का लंच बॉक्स , घर पर ही भूल आये थे, देने आया हूँ।”
जैसी आपकी मर्जी शहजादी साहिबा ! श्रीधर बोला। जैसी आपकी मर्जी शहजादी साहिबा ! श्रीधर बोला।