दबाव देकर बोले गए इन तीन छोटे से शब्दों से नीहारिका ने मधुलिका को चुप करा दिया था। दबाव देकर बोले गए इन तीन छोटे से शब्दों से नीहारिका ने मधुलिका को चुप करा दिया थ...
जैसे पतझड़ के पत्तें...लावारिश...नहीं– नहीं खाक होते हुए । जैसे पतझड़ के पत्तें...लावारिश...नहीं– नहीं खाक होते हुए ।
वसंत पंचमी के दिन को इनके जन्मोत्सव के रूप में भी मनाते हैं वसंत पंचमी के दिन को इनके जन्मोत्सव के रूप में भी मनाते हैं