हैवान की बाँहे सिड की छाती पर कसी हुई थी उस जगह अब भी असहनीय दर्द हो रहा था। हैवान की बाँहे सिड की छाती पर कसी हुई थी उस जगह अब भी असहनीय दर्द हो रहा था।