अपने ग्लानिबोध में डूबे पति को उससे निकालने में सहायता करुँगी। अपने ग्लानिबोध में डूबे पति को उससे निकालने में सहायता करुँगी।
राम सीताजी की रिंग को पहचान गए। राम सीताजी की रिंग को पहचान गए।
विल्मीकि के शिष्यों ने जब उनसे सीता के प्रेम और अग्नि परीक्षा के बाद भी दुर्गति के बारे में जब प्रश्... विल्मीकि के शिष्यों ने जब उनसे सीता के प्रेम और अग्नि परीक्षा के बाद भी दुर्गति ...
अधविका ने भी बात यहीं खत्म कर मुस्कुराना ही ठीक समझा। अधविका ने भी बात यहीं खत्म कर मुस्कुराना ही ठीक समझा।
सीता की हृदय विदारक चीख वातावरण में गूंज उठी। सीता की हृदय विदारक चीख वातावरण में गूंज उठी।
अगर मैं आज राम नहीं बना तो दुराचारी रावण तो आज जिंदा ही रह जाएगा अगर मैं आज राम नहीं बना तो दुराचारी रावण तो आज जिंदा ही रह जाएगा