आकर्षण
आकर्षण
1 min
661
इसको बताने केलिए कोइ
अक्षर नहीं है
इस गड़बड़ से मेरा मुँह से कोई
बात नहीं आया
एकांत मे जब मै रहा
तब तुम्हारी यादों
मुझे कैसे सताते है
मै किससे बताऊँगा
ओ यादों मुझे छाया की जैसे
मेरे सात आ रहा है
मेरा ओर तुम्हारा सांगत्य
केलिए मै इंतजार करूँगा
जबतक तुम्हारे दिल मे
मै बसूँगा तब तक मै इंतज़ार करूँगा
ओ मेरे यार जब मै तुमसे पहली बार मिला
तब ही तू मेरा आकर्षण बना
तू ही मेरा जीवन की अमोल रत्न हो
तू ही मेरा सर्वस्व हो
ओ मेरा यार कब तक मै इंतजार
करना है एक बार
तू आजा मेरा नयानों की रानी तू.