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नदी की धारा बहती है जैसे बारिश में तेज़ से। छपाक ! गिरा है कोई पत्थर , बिना आगाह करे , मदमस्त मन ह... नदी की धारा बहती है जैसे बारिश में तेज़ से। छपाक ! गिरा है कोई पत्थर , बिना आगा...