सोरहों बरिस के फगुनवा हो
सोरहों बरिस के फगुनवा हो
आइल सोरहों बरिस के फगुनवा हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना
सखिया सब सइया संगे खेले रंगवा ना हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना
लजिया के बात सखिया कासे हम बताई
फागुनी बयार देले देह सगरो जराई
महुआ के फूल छूये रस मदनवा हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना
सरसो के फुल नियन पियराइल मोर देहीया
कब अइहे साजन मोर निहारी रोज रहिया
गाल गुलबी भइल उड़े गुलाल गगनवा हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना
अमवा के मोजरा से मह मह महके लागल
झुमत गेंहुआ बाली नियन मन बहके लागल
टूटे लगल मोर पोर पोर बदनवा हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना
मन करे सखीया सइया लगे उडी चली जाई
फागुन के महिना उनके अंकवारी भरी आई
सइया निरखे नीर बहे मोर नयनवा हो
सईया ले गईले ना हमके गवनवा ना