होली आई रंगों वाली, रंगों और हुड़दंगों वाली।। होली आई रंगों वाली, रंगों और हुड़दंगों वाली।।
वोट तारीखें निश्चित हुई, प्रत्याशी लिए ठान, जीते या हारें हमारे तो सदा नंद किशोर भगवा वोट तारीखें निश्चित हुई, प्रत्याशी लिए ठान, जीते या हारें हमारे तो सदा नंद क...
बहुत दिनों से मैं सोच रहा था कि काश! मैं भी भगवान होता। बहुत दिनों से मैं सोच रहा था कि काश! मैं भी भगवान होता।
वो यूँ ही भाषणबाजी करते... श्रोताओं को आसमानी ख्वाब दिखाते... वो यूँ ही भाषणबाजी करते... श्रोताओं को आसमानी ख्वाब दिखाते...
अभी पूजा पाठ उठकर बाहर आया तो सामने यमराज को कुर्सी पर बैठा पाया। अभी पूजा पाठ उठकर बाहर आया तो सामने यमराज को कुर्सी पर बैठा पाया।
जब हम छत की सीढ़ी चढ रहे थे पड़ोसन के नैन हमसे लड़ रहे थे। जब हम छत की सीढ़ी चढ रहे थे पड़ोसन के नैन हमसे लड़ रहे थे।
चला था 'प्यार की राहों' में आज भी उससे कांटे हटा रहा हूं। लहुलूहान हो ,''प्यार की रस्में निभा रह... चला था 'प्यार की राहों' में आज भी उससे कांटे हटा रहा हूं। लहुलूहान हो ,''प्य...
मैने गलती से उनको , कह दिया की तुम सुन्दर हो। मैने गलती से उनको , कह दिया की तुम सुन्दर हो।
आँख खुलती शोर सुनती बन गई है चाय क्या? महक से बहका उठाती, उठो! बीत गयी रैना आँख खुलती शोर सुनती बन गई है चाय क्या? महक से बहका उठाती, उठो! बीत गयी रैना
दूसरों की ख्वाहिशों को भूलकर काश मैं भी थोड़ा बोरोप्लस लगाती. दूसरों की ख्वाहिशों को भूलकर काश मैं भी थोड़ा बोरोप्लस लगाती.
साथ में चाय पकौड़ी का आनन्द उठा रहा हूँ, फोन रख दो नहीं तो अब मैं ही रख रहा हूँ। साथ में चाय पकौड़ी का आनन्द उठा रहा हूँ, फोन रख दो नहीं तो अब मैं ही रख रहा ह...
अब तो दादी दिन भर फोन लेकर उस सोशल मीडिया के अंदर ही घुस गई। अब तो दादी दिन भर फोन लेकर उस सोशल मीडिया के अंदर ही घुस गई।
रास्ते में एक मिली डायन, कहने लगी आज है वेलेंटाइन। रास्ते में एक मिली डायन, कहने लगी आज है वेलेंटाइन।
आओ बहन चुगली करें, खुशियों को थोड़ा उंगली करें। आओ बहन चुगली करें, खुशियों को थोड़ा उंगली करें।
वरना थोड़ी बहुत तांक झांक तो अब भी मैं करता हूं। वरना थोड़ी बहुत तांक झांक तो अब भी मैं करता हूं।
हर चीज को जो positively हैंडल करना जिसका काम है, हर चीज को जो positively हैंडल करना जिसका काम है,
हुआ ऐसा 4,5 मकान छोड़ के सामने वाले घर में मैंने देखा किसी को लंबे बाल आगे लेकर पोंछते हुआ ऐसा 4,5 मकान छोड़ के सामने वाले घर में मैंने देखा किसी को लंबे बाल आगे लेकर ...
प्रभु! क्षमा चाहता हूं आना तो मैं दिन में ही चाहता था, प्रभु! क्षमा चाहता हूं आना तो मैं दिन में ही चाहता था,
अब आप ही बताइए इसमें मेरा क्या है दोष। अब आप ही बताइए इसमें मेरा क्या है दोष।
कल रात यमराज से मुलाकात हो गई, कुछ प्यार मोहब्बत और कुछ तकरार हो गई। कल रात यमराज से मुलाकात हो गई, कुछ प्यार मोहब्बत और कुछ तकरार हो गई।