बोलो, क्या है मेरा नाम ?
बोलो, क्या है मेरा नाम ?
बहुत पुरानी एक कहानी
प्रचलित है लोक जुबानी
होता जब कोई शुभ काम
याद करते मुझे कई तमाम
बोलो क्या है मेरा नाम?
जी,नेग चार है मेरा नाम
शादी हो या कोई त्योहार
नया भवन या ली नई कार
ऐसे शुभ अवसर पर करते,
रहते कुछ मेरा इंतजार
बोलो, क्या है मेरा नाम
जी, नेग चार है मेरा नाम
कभी रूठती ननद माँगती
भाभी, लूँगी अच्छे उपहार
उछल कूद वह करने लगती,
मिलते जब उसको उपहार
बोलो, क्या है मेरा नाम?
जी, नेग चार है मेरा नाम
भाई-बहन के प्यार बखाने
राखी के धागे अनमोल
सदा सदा से निभा रहा मैं,
जिसका नहीं है कोई मोल
बोलो, क्या है मेरा नाम?
जी, नेग चार है मेरा नाम
नाई, बढ़ई, धोबी, कुम्हार
रस्तों रिवाज स् , वनमानुष व लुहार
सभी धमकते शुभ मौके पर
यजमानी का ले अधिकार
बोलो, क्या है मेरा नाम ?
जी, नेग चार है मेरा नाम।