बरसात
बरसात
बरस-बरस कर कट गई रात
पर रुकने का नाम नहीं ले रही यह बरसात
लोग हो जाते तुझसे परेशान बारिश
शांत हो जा यही है लोगों की सिफारिश।
तू गिर जाती है बारिश
हमारी घर की छत पर
इंद्र देव से प्रार्थना तो करती हूँ
पर वह कहते, थोड़ा तो इंतज़ार कर।
लोग बीमार हो जाते
हो जाता खाँसी ज़ुखाम
फिर डॉक्टर कहते
करो बहुत सारा आराम।