चमत्कारी युग
चमत्कारी युग
कोन कहते है चमत्कार नही होते
पहले हम जिन दस किमी दूर जाने
के लिए दो घंटे लगातार चलते थे
अब उसी दस किमी दूर हम बाईक
पे बैठे बीस मिनट मे पहुंच जाते है
यह चमत्कार नहीं तो और क्या है
पहले संदेश को एक गांव से दूसरे गांव
पहुंचने के लिए सात दिन लग जाते थे
आज उसी संदेश को एक देश से दूसरे
देश तक पहुंचाने के लिए सिर्फ दो
सकंद लगते है
यह चमत्कार नही तो और क्या है
पहले जिस खाना बनाने के लिए
हमे आधे घंटे तक चूला फूकते थे
वही खाना आज हम बिना चूला
फुके आधे घंटे में बना सकते है
यह चमत्कार नही तो और क्या है
अब कपडे धोने के लिए मशीन
बर्तन मांजने के लिए मशीन
पूरी दुनिया के समाचार घर पर
घर बैठे देखो पूरी दुनिया
यह चमत्कार नहीं तो और क्या है।