डिप्रेशन
डिप्रेशन
आधुनिक जीवन
अंधी -दौड़
बिना मेहनत
पाने की हौड़।
सफल कम
निराश ज्यादा
परिणाम अनेक
डिप्रेशन या नशा।
कोृई है शिकार
मानसिक रोग का
कहीं कोई डूबा है
सिग्रेट के धुएँ में ।
सिग्रेट तो आजकल
स्टेटस सिंबल है
महँगी खरीद पीना
शरीर कँकाल करना।
पैसे वाला पीता
शौक पूरा करने को
अन्य पीते हैं
गम भुलाने को ।
लिखा पढ़कर भी
धुएँ के कश लेते हैं
भरी जवानी में
मौत को गले लगाते हैं।
भयानक जहर
लंग को जला देता
फिर चाहकर भी
साँस नहीं लेता।
भगवान की नियामत
मानव जीवन पाया
क्यों फिर नशा कर
व्यर्थ ही गँवाया।
समय रहते सँभल जाओ
कुशल बहु तेरे
माँ -बाप भी न लगाएँगे
हॉस्पीटलों के फेरे।