अभिमन्यु कुमार
Children Stories
दिक्षा नटखट चले खटपट
हाथ पकड़ के चले सरपट
अमृता आई चुपके चुपके
फूल ले आई महके महके
खुशी से दीक्षा चहक उठी
फूल के लिए दौड़ी गिर गई
देख अमृता बहुत खूब हँसी
गिर कर दीक्षा फट से उठी
प्यार का अभिम...
रात हुई, जैसे...
दो बहनें
ध्वजा फहरे हो...
इस देश कि माट...
अतिथियों का स...