उन पलों की यादें ,
दिल में कितनी आग लगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,
हर रोज जश्न मनाती हैं |
गर ये दिल ना मिलता ऐसे ,
तो प्यार हम समझ ना पाते ,
नादानी - नादानी में ही ,
जाने क्या - क्या गंवाते जाते ?
उन पलों की यादें ,
दिल में कितना दर्द जगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,
हर रोज जश्न मनाती हैं |
उन गहरी रातों का राज़ ,
आज भी बहुत सताता है ,
एक अजब सी हूक उठती ,
फिर ये दिल तुझे बुलाता है |
उन पलों की यादें ,
दिल में प्यार सा ले आती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,
हर रोज जश्न मनाती हैं |
हर एक संदेश पर तेरे ,
सौ - सौ बार मर - मिट जाते हैं ,
आँखों में नये सपने सजा ,
जाने कितनी बार मुस्कुराते हैं |
उन पलों की यादें ,
दिल में नई उमंगें जगाती है ,
बस तेरे संग दिल मिलने का ,
हर रोज जश्न मनाती हैं ||