Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Saraswati Aarya

Others

4  

Saraswati Aarya

Others

कविता से प्यार

कविता से प्यार

2 mins
14


मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है

मेरी कविता में जब ये शब्द गुनगुनाते हैं

जब पेड़ों में पंछी कोई मिठा गान सुनाते हैं

जब मासूम से बच्चे के हाथ माँ को पास बुलाते हैं

जब प्रकृति के सुंदर नजारे मन को भाते हैं

तब मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है

जब तपती जमीं को सावन आके भिगाता है

जब मन्दिर में श्रद्धा के पुष्प कोई चढ़ाता है

जब तन्हाई में कोई उदास होके गाता है

जब उदासी का वो संगीत भी दिल को छू जाता है

तब मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है

जब परदेस से कोई बरसों बाद आता है

जब किसी के आने की खुशी में घर को

कोई महलों की तरह सजाता है

जब किसी को सरमाते देख चाँद भी शरमाते हैं

जब प्यार से सर पे दुपट्टा ओढ़ा जाता है

तब मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है

जब काँटों के बीच एक फूल मुस्काता है

जब चाँदनी के पास एक तारा टिम -टिमाता है

जब भोर होते ही पंछियों का स्वर 

कल- कल ध्वनि में गाता है

जब सूरज की पहली किरण के आते ही

घनघोर अँधेरा मिट जाता है

तब मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है

जब महफ़िल में कोई शायर अपनी शायरी सुनाता है

जब किसी की तारीफ़ में हर सुंदर नजारा कम पड़ जाता है

जब किसी का हर कलाम गीत सा लगने लग जाता है

जब मेरी पंक्तियों पर कोई भी

थोड़ा सा ही, पर मुस्काता है

तब मुझे अपनी कविता से प्यार हो जाता है। 


Rate this content
Log in