माँ
माँ
जिस दिन मैं पहली बार इस दुनिया मे आया ,
उस दिन उनके कोमल हाथो ने मुझे संभाला,
जैसे ही मैंने पहली बार चलना सीखा,
उसने ही मुझे संभाला।
जब भी उसने मेरी आँखों मे नमी देखी तो उसके हांथो ने मुझे संभाले रखा,
उसका हर कदम मेरे साथ था कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ,
उसके हाथों ने मुझे गोद मे लेकर हर जगह घुमाया,
मुझे आज भी वो सब याद है माँ,
मैं कुछ भी नहीं भुला हूँ,
माँ अब आपकी बहुत याद आती है
आपके हाथों बनाया गया हलवा अब भी याद है मुझे,
माँ वो आपका डांटना, वो आपका मेरे साथ हँसना,
वो सबके सामने मेरा ही साथ देना, वो पापा से मुझे किसी गलती पर बचलेना,
गलत , गुस्सा करने पर मुझे समझना,
हा माँ मुझे वो सब याद है
माँ ।