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Navya Agrawal

Drama Others

4  

Navya Agrawal

Drama Others

मेरी चाहत

मेरी चाहत

3 mins
411


याद आता है दसवीं क्लास का वो दिन

जब दिखा था एक अजनबी चेहरा

जाने कब ही दिल ही दिल में

जुड़ गया था उससे नाता गहरा

प्यारी सी वो मासूम सी थी

आंखों में जिसके चमक

चेहरे पर जिसके उदासी

बातों में अलग सा ही जादू

और होंठों पर बस एक मुस्कान थी

मौका मेरे जन्मदिन का

और हाथ में मेरे कैंडी थी

सबको वितरित की मैंने

आखिर में उसको देनी थी

नजदीक गयी मैं जब उसके

तो गुमसुम सी वो खड़ी हुई थी

हाथ बढ़ाया जब उसकी ओर 

हैरानी से वो मुझे देख रही थी

दी जब उसको कैंडी मैंने

इनकार कर वो जाने को थी

कहा जन्मदिन मेरा है आज तो

शुभकामनायें मुझे देनी ही थी

उसका मुझे wish करना

हमारी दोस्ती का आगाज़ था


धीरे धीरे जब जाना एक दूजे को

तो लगता रिश्ता कोई पुराना था

साथ घूमते साथ में पढ़ते

खाना साथ में खाते थे

वो मेरी चाहत मैं उसकी तमन्ना

बस इसी नाम से जानते थे

कहने को तो दोस्त थी मेरी

पर ख्याल माँ की तरह रखती थी

कोई मुझे कुछ कह दे फिर तो

हालत उसकी बुरी करती थी

मेरे खातिर वो पगली

अकेली ही सबसे लड़ती थी

एक बड़े भाई की तरह ही 

हर फर्ज अदा वो करती थी

स्कूल में तो सभी देखकर

गर्लफ्रैंड -बॉयफ्रेंड कहते थे

और हम भी सबसे चुपके चुपके

बाते भी ऐसे करते थे


डरती है वो आज भी मुझे खोने से

प्यार बहुत वो करती है

अपने दिल की हर एक बात

मुझसे ही तो साझा करती है

कहने को तो रिश्ता बस दोस्ती का है

उससे बढ़कर भी वो मेरे लिए अहमियत रखती है

माना कि वो दूर है मुझसे

पर याद बहुत वो आती है

इसीलिए तो रोजाना वो

घण्टों फ़ोन पर बतियाती है

जब भी वो रोती है

खून मेरा खोलता है

कत्ल कर दूँ उसे रुलाने वालों का

दिल तो ऐसा करता है

जी करता है सबसे दूर

छिपाकर कहीं मैं रख उसे

कोई तकलीफ न होने दूं

सारी दुनिया से बचा लूं उसे

भरोसा करती है वो सब पर

सबकी बातों में आ जाती है

लोग कहते है कि कमजोरी है ये

पर कमजोरी ही ताकत बन जाती है


बहुत सहा है जीवन में उसने

न जाने क्या क्या सुना है

सब कहते है कि पागल है वो

पर असल में तो पागल के सीने में

ही तो दिल हुआ करता है

जिस पर भी कभी किया भरोसा 

वही उसे धोखा मिला है

जिसे भी उसने अपना समझा

उसी ने सबसे ज्यादा उसे ठगा है

टूट चुकी है बिल्कुल वो

पर हिम्मत उसने नहीं हारी है

कुछ कर दिखाने की अगन

अभी भी उसमें बाकी है

सबकी मदद के लिए हमेशा

सबके साथ खड़ी वो मिलती है

पर सच ही कहा है किसी ने

अच्छे लोगों की कद्र कहा किसी को होती है

वो अक्सर खुद को कमजोर समझ

फुट फूटकर रोया करती है

उसके जीवन में खुशियां हो

बस यही दुआ दिल से निकलती है

सलामत रहे तू हमेशा

जिंदगी खुशियों से भरी रहे

अपना साथ कभी न छूटे

दोस्ती यूं ही बनी रहे


जान है तू पगली मेरी

जान से भी बहुत प्यारी है

हाँ प्यार जताना नहीं आता मुझे 

पर दुनिया मे सबसे ज्यादा तू प्यारी है


ये दुआ है मेरी रब से

तुझे दोस्तों में सबसे

मेरी दोस्ती पसन्द आये

मेरी दोस्ती पसन्द आये



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