सफ़ेद चादर ओढ़़े कुछ गुनगुनाता है तू मेरे जैसा, कुछ अपना सा लगता है तू I सफ़ेद चादर ओढ़़े कुछ गुनगुनाता है तू मेरे जैसा, कुछ अपना सा लगता है तू I