वसुधैव कुटुम्बकम
वसुधैव कुटुम्बकम
वसुधैव कुटुम्बकम
विश्व को सिखाता भारत,
हर परिस्थिति में हमेशा रहते
जरूरतमंदों की मदद को तैयार
पीड़ित मानवता के लिए हमेशा
परिवार की तरह बना रहे प्यार
आज, कल और आने वाले कल
सदैव सुख-शांति से बीते हर पल
बढ़े सद्भाव, सौहार्द और सम्मान
विश्व में भारत का बढ़ता रहे मान।