अडिग रहा जीवन में वो, पथ से कभी न विमुख हुआ। अडिग रहा जीवन में वो, पथ से कभी न विमुख हुआ।
समझो खुद को और लक्ष्य का ध्यान करो, यूं ना बैठकर बीच राह में, मंजिल का इंतजार करो, समझो खुद को और लक्ष्य का ध्यान करो, यूं ना बैठकर बीच राह में, मंजिल का ...
ज्ञान सी अखंड है दोस्ती, परमात्मा का स्वरुप है दोस्ती। ज्ञान सी अखंड है दोस्ती, परमात्मा का स्वरुप है दोस्ती।
ना जाने किस मिट्टी की बनी होती है ये औरतें। ना जाने किस मिट्टी की बनी होती है ये औरतें।
इतिहास भी करेगा नमन सदा झुका कर सम्मान में अपना माथा। इतिहास भी करेगा नमन सदा झुका कर सम्मान में अपना माथा।
शर्म आ रही है मुझे अब इन्सान होने पर। शर्म आ रही है मुझे अब इन्सान होने पर।