कवितायें कवितायें
जानवर यह नही कोई गैर है जानवर यह नही कोई गैर है
कृष्णा या कान्हा कहें, मोहन माधव श्याम। परमेश्वर के इस तरह, कई और हैं नाम।। कृष्णा या कान्हा कहें, मोहन माधव श्याम। परमेश्वर के इस तरह, कई और हैं नाम।।
उन्हें भायेगा वो सब कुछ जो वो चाहते हैं उन्हें भायेगा वो सब कुछ जो वो चाहते हैं
पर मोहब्बत ने उम्मीद ना खोयी आज भी माँग राजा को दुआ में रानी रोयी आज भी। पर मोहब्बत ने उम्मीद ना खोयी आज भी माँग राजा को दुआ में रानी रोयी आज भी।