मातृभूमि के उन दीवानों को नमन है। मातृभूमि के उन दीवानों को नमन है।
पैर में फफोले हैं चट्टानों से बने अडिग है पहाड़ सा पैर में फफोले हैं चट्टानों से बने अडिग है पहाड़ सा
आसान नहीं लड़खड़ाकर खुद ही संभलना, सुनसान-सी सड़क पर अकेले ही चलना आसान नहीं लड़खड़ाकर खुद ही संभलना, सुनसान-सी सड़क पर अकेले ही चलना
पर्वतों चट्टानों का सीना चीर, वह पृथ्वी पर आती पर्वतों चट्टानों का सीना चीर, वह पृथ्वी पर आती