काम हो तो इनका पराया भी अपना होता है ! काम हो तो इनका पराया भी अपना होता है !
अपना हित खुद रखो सुरक्षित अपने नीचे अपनी जमीन बनाये रखो। अपना हित खुद रखो सुरक्षित अपने नीचे अपनी जमीन बनाये रखो।
मगर कभी जान ना सका मेरी मोहब्बत क्या है। मगर कभी जान ना सका मेरी मोहब्बत क्या है।
इसलिए काँटो को ही प्यार से उगाया मैंने। इसलिए काँटो को ही प्यार से उगाया मैंने।
स्त्री हर हाल में क्यों है परायी यह पहेली है जो न कभी बुझाई गई है। स्त्री हर हाल में क्यों है परायी यह पहेली है जो न कभी बुझाई गई है।
ना जाने कितनी गन्दगी की, की तू सफाई फिर भी तू अब भी अबला ही कहलाई। ना जाने कितनी गन्दगी की, की तू सफाई फिर भी तू अब भी अबला ही कहलाई।