तेरे – मेरे जीवन की घटनाओं से , इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता , ये जानता है अपनी मंज़िल , इसे को... तेरे – मेरे जीवन की घटनाओं से , इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता , ये जानता है अपन...
अन्नपूर्णा मैं भोजन देती प्यासे की तृष्णा बुझाती बूंद बूंद है जीवन मेरा अन्नपूर्णा मैं भोजन देती प्यासे की तृष्णा बुझाती बूंद बूंद है जीवन मेरा
उम्र के इस पड़ाव पर, जाग उठी मन में ठनक जिंदगी यूँ ही गुजारी, पाने को सिक्कों की खनक उम्र के इस पड़ाव पर, जाग उठी मन में ठनक जिंदगी यूँ ही गुजारी, पाने को स...
ब्रह्मांड की तरह चेतना को विश्राम कहाँ जब कभी मिलती है विश्रांति खुद के कहीं होने का आभास होता ह... ब्रह्मांड की तरह चेतना को विश्राम कहाँ जब कभी मिलती है विश्रांति खुद के कहीं...
कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई कीमत को अपनी तुम जानो भाई यहाँ आने का मकसद पहचानो भाई
तब मौत के आगोश में, रुकना कहां थकना कहां, तब मौत के आगोश में, रुकना कहां थकना कहां,