अभी भी खड़े रहो और मैं तुम्हें पढ़ूंगा एक व्याख्यान, प्यार, दर्शन में प्यार करता है! अभी भी खड़े रहो और मैं तुम्हें पढ़ूंगा एक व्याख्यान, प्यार, दर्शन में प्यार क...
जीवन और मरण का चक्कर, यूँ ही चलता जाएगा जीवन और मरण का चक्कर, यूँ ही चलता जाएगा
कुछ परिजन के सुरमा होने से कुछ पल ही बल मिलता, कुछ परिजन के सुरमा होने से कुछ पल ही बल मिलता,
शिव अभिषेक संग आशीष खूब मिले थे.. जाने कितने पग निशां यहाँ मौजूद हैं... शिव अभिषेक संग आशीष खूब मिले थे.. जाने कितने पग निशां यहाँ मौजूद हैं...