हे वीर जवानों,तुम सब कुछ हो, फ़िर इस जग में और क्या है? हे वीर जवानों,तुम सब कुछ हो, फ़िर इस जग में और क्या है?
अपना व अपने देश का वह बना रक्षक शत-शत नमन देवदूतों , शत-शत नमन। अपना व अपने देश का वह बना रक्षक शत-शत नमन देवदूतों , शत-शत नमन।
मेरे देश की धरती को है मेरा सलाम जितना कहूँ उतना है कम मेरे देश की धरती। मेरे देश की धरती को है मेरा सलाम जितना कहूँ उतना है कम मेरे देश क...
नित पल्लवित हो रहा तेरी भाव, चाहे मौसम के छांव धूप रहा है I नित पल्लवित हो रहा तेरी भाव, चाहे मौसम के छांव धूप रहा है I
हमने रची कुर्सी और कुर्सी के पीछे भाग रहे हैं ! हमने रची कुर्सी और कुर्सी के पीछे भाग रहे हैं !
जिसने भी मुझे राह दिखाई, सभी गुरुओं के समान हैं।। जिसने भी मुझे राह दिखाई, सभी गुरुओं के समान हैं।।