सबके संग हँसते खेलते जीवन की सांझ भी आज हसीन लगने लगी है सबके संग हँसते खेलते जीवन की सांझ भी आज हसीन लगने लगी है
"सांस का दीपक शाम को वापस आ जाता है।" "सांस का दीपक शाम को वापस आ जाता है।"
संवाद दो तरह के हो सकते हैं। एक संवाद होता है निष्प्रयोजन। दूसरा संवाद प्रयोजन से! संवाद दो तरह के हो सकते हैं। एक संवाद होता है निष्प्रयोजन। दूसरा संवाद प्रयोजन स...