राजनीति की सुपर पावर
राजनीति की सुपर पावर
राजनीति की सुपर पावर का संघर्ष,
दिखता है चुनावों में,
राजनीति में अपनी रोटी सेकता,
नेता खड़ा है ताव में,
इस सियासत की दलदल,
बड़ी ही गहरी भाई,
फैला इसका जाल,
देखो शहर- शहर और गांव में I
मुखड़े पर मुखड़े लगाते,
जाने क्या-क्या छिपाते हैं,
जनता को बहकाते और,
अनजान बन निकल जाते हैं ,
जाने ये राजनेता ,
कैसी- कैसी राजनीति चलाते हैं?
अपनी सुपर पावर का ,
करते हैं गलत इस्तेमाल,
गरीब, भूखे, बेरोजगार वहीं रहे ,
खुद लपेटते हैं ढेरों माल,
छल, कपट, गंदी चाले चलते हैं,
अपनी पावर का गलत प्रयोग करते हैं,
भ्रष्ट और अशिक्षित नेता,
जनता की ना ही करते सेवा,
बस अपनी फिक्र वो करते हैं,
सिर्फ अपना हित सोचते ,
ऐसे राजनीति चलते हैं,
आज की राजनीति ,
हमारी कल्पना से अलग है,
कल्पना से दूर अपनी जरूरतें पूरी करते हैं,
जो देश के लिए जीता ,
उसका नाम स्वर्ण
अक्षरों में लिखा होता है,
सही राजनीति अपनाता,
तो उनके कार्य इतिहास में छप जाते हैं,
बदल दो उस गंदी राजनीति को,
जिसमें देश का नुकसान हो क्योंकि,
राजनीति पर छपे समाचार ,
सुबह पढ़कर शाम पुराना हो जाते हैं I