Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Neha Pandey

Others

4.0  

Neha Pandey

Others

घर की चाभियाँ

घर की चाभियाँ

1 min
442


न जाने क्यों अब घर ,

घर नहीं लगता ....


ख़ुशियों की चाभियाँ 

कही छिप सी गयी हैं,

फ़िर भी उन्हें कोई

खोजना नहीं चाहता ,

न जाने ...


घर और मकान 

दोनों में फ़र्क बहुत होता हैं ,

जो ईंटो से बनता है वो मकान,

जो प्यार बनाये 

वो घर कहलाता है,

न जाने.....


अब टकराहटें 

तो नहीं होती आपस में,

बस सन्नाटा पसरा रहता है,

न जाने.....


पीढ़ियां अब खुद में ही

सीमित हो गयी है,

पहले की तरह 

घंटों गुफ़्तगू करने का 

वक़्त नहीं रहता,

न जाने.....


न विश्वास नज़र आता है

न प्यार समझ आता है,

आगे बढ़ने की होड़ में

कोई अपना नज़र नहीं आता है,

न जाने.....


सबकुछ नीरस और उलझा सा

लगता है,

बिखरा-बिखरा आशियाँ है,

फिर भी

न कोई उसे सुलझना चाहता है

और न ही समेटना चाहता है,

न जाने ...



Rate this content
Log in