Jai Kumaar
Drama
हो चाहे कितनी भी यहाँ कड़वाहट,
पर हर घर में है मोदी की चाहत !
घर घर मोदी
और तेरा प्यार भी मेरे संग जायेगा इन लकीरों की तरह। और तेरा प्यार भी मेरे संग जायेगा इन लकीरों की तरह।
क्योंकि इस बार जो मैं सोई फिर कभी न उठ पाऊँगी। क्योंकि इस बार जो मैं सोई फिर कभी न उठ पाऊँगी।
काली स्याह रात में जब खिलते हैं रात के फूल। काली स्याह रात में जब खिलते हैं रात के फूल।
ज़रा पलटो इन पन्नों को इनमें किस्सों को चीख है, कुछ लम्हे और कुछ उम्र भर की सीख है। ज़रा पलटो इन पन्नों को इनमें किस्सों को चीख है, कुछ लम्हे और कुछ उम्र भर की ...
अब मौत के बाद भी कतार है।कतार है कतार है। लाशो से भरें है मूर्दा घर। अब मौत के बाद भी कतार है।कतार है कतार है। लाशो से भरें है मूर्दा घर।
और जी लिया करते हैं उन झूलों की प्यारी यादों में। और जी लिया करते हैं उन झूलों की प्यारी यादों में।
अपनों के सामने यह श्मशान अब जलना भूल गया है। अपनों के सामने यह श्मशान अब जलना भूल गया है।
कलम का हाथ थामकर यूँ गुज़रे वक्त को महसूस करना कलम का हाथ थामकर यूँ गुज़रे वक्त को महसूस करना
सुना है ऐसे कलियुग के मतवाले 'असुर' मुझको कहते हैं । सुना है ऐसे कलियुग के मतवाले 'असुर' मुझको कहते हैं ।
एक कहानी का अंत हुआ एक नई कहानी शुरू हुई, एक कहानी का अंत हुआ एक नई कहानी शुरू हुई,
तपती इस दुपहरी में, तेरी यादें आ गिरी मेरे आंगन में तपती इस दुपहरी में, तेरी यादें आ गिरी मेरे आंगन में
इस संतोष के साथ कि नहीं देखा उस दबे कुचले लोथड़े को। इस संतोष के साथ कि नहीं देखा उस दबे कुचले लोथड़े को।
साफ़ आसमाँ की तलाश मुझे हर्गिज़ नहीं, बस ख़्वाहिश है, जो अबके रंग जो अबके रंगबरसे, तो झूमके रं... साफ़ आसमाँ की तलाश मुझे हर्गिज़ नहीं, बस ख़्वाहिश है, जो अबके रंग जो अबके ...
जताकर प्यार आँखों से, झुका लेती हो इन पलकों को, मोहब्बत का ये कैसा, सितम अदा करती हो त जताकर प्यार आँखों से, झुका लेती हो इन पलकों को, मोहब्बत का ये कैसा, सितम अदा ...
आनन्द स्वस्फूर्त है दुःख बाहर से आता है, आनन्द भीतर से आता है तू ही तू। आनन्द स्वस्फूर्त है दुःख बाहर से आता है, आनन्द भीतर से आता है तू ही तू।
हर नयी मुस्कान का मोती पिरोता है ये घर भी कुछ कहता है।। हर नयी मुस्कान का मोती पिरोता है ये घर भी कुछ कहता है।।
तो, फिर मिलने के इंतज़ार में ही जी रहे हैं हम। तो, फिर मिलने के इंतज़ार में ही जी रहे हैं हम।
नए आशिक हैं मिलते जो, तो फिर पुराने छूट जाते हैं। नए आशिक हैं मिलते जो, तो फिर पुराने छूट जाते हैं।
इन हालातों में मैने जिंदगी को एक अलग नजरिए से देखा। इन हालातों में मैने जिंदगी को एक अलग नजरिए से देखा।
फरिश्तों ने जिसका सजदा किया होगा.... वो कोई पीर रहा होगा. फरिश्तों ने जिसका सजदा किया होगा.... वो कोई पीर रहा होगा.