शतरंज की बिसात
शतरंज की बिसात
एक-एक कर सारे, प्यादे गिरते चले गए l
बिसात बिछी रह गयी, मोहरें गिरते चले गए ll
सबसे पहला वार सहना, प्यादों को ही पड़ता है l
सबसे पहला वार करना भी, इन्ही प्यादों को पड़ता है ll
झुंड के झुंड यह युद्ध में, क़ुर्बान होते जाते हैं l
बदले में बस मरणोपरांत, शहीद का तमगा पाते हैं ll
राजा का सिर ऊँचा रहे, इसलिए यह नतमस्तक रहते हैं l
एक इशारा पाते ही, मरने को तत्पर रहते हैं ll