संतुष्टि
संतुष्टि
मानव
प्रभु की अद्भुत
कृति
अनंत इच्छाओं से परिपूर्ण
चाह सदा अर्जित करने की
अथक प्रयास
सुख चैन सब गँवा
फिर भी संतुष्टि नहीं।
सुखी वही
जिसने सीखा
मन पर काबू पाना
संतोष से जीना
भगवत भजन करना
प्रसन्न रहना
हर हाल में
शुक्रिया ए खुदा कहना।