फूल बोले, खिलो ज़रा मेरी तरह महको ज़रा। हवा बोले बहो ज़रा अब तो आँखें खोलो ज़रा। फूल बोले, खिलो ज़रा मेरी तरह महको ज़रा। हवा बोले बहो ज़रा अब तो आँखें खोलो ज़रा।
उम्मीदों की राह पर चल, फिर से हमें संहलना है।। उम्मीदों की राह पर चल, फिर से हमें संहलना है।।
सूरज राजा क्यों अभी से तुम, इतने...तेवर दिखलाते हो। सूरज राजा क्यों अभी से तुम, इतने...तेवर दिखलाते हो।
मित्र है तो, जोर बन। अन्याय है तो, शोर बन। मित्र है तो, जोर बन। अन्याय है तो, शोर बन।
आदित्य वसुधा पर जीवन का आधार आदिकाल से इसे पूजता रहा है संसार। आदित्य वसुधा पर जीवन का आधार आदिकाल से इसे पूजता रहा है संसार।