" मेरा दिल "
" मेरा दिल "
देख कर दिल को चटकता ,
मुँह फिराकर चल दिये !
अनसुनी आवाज कर दी ,
मुस्करा कर चल दिये !!
हाथ आये दिन कपूरी ,
रात सिमटी चाह में !
सुमन भी बिखरे मिले हैं ,
हम बढ़े जब राह में !
पल समेटा हम किये हैं ,
तुम जताकर चल दिये !!
गंध को हमने सहेजा ,
सुमन को उपहार दे !
सह लिये ताने मिले जो ,
अब हमें संसार के !
मुस्कराहट भेंट दी बस ,
यों सताकर चल दिये !!
बैन हैं मीठे मधुर से ,
नैन में कुछ राज हैं !
दरकते अनुबंध लगते ,
बदले से अंदाज हैं !
ख्वाब भी रूठे लगे ,
अपना बताकर चल दिये !!
क्या पता तस्वीर झूठी ,
हम बसाकर रह गये !
दर्द छलका कब हमारा ,
प्यार में जो सह गये !
स्वप्न में सोची नहीं जो ,
वह ख़ता कर चल दिये !!
दरमियां कुछ है नहीं अब ,
घट रही नजदीकियाँ !
दायरे भी हैं सिमटते ,
बढ़ रही चालाकियाँ !
प्यार को परखा नहीं है ,
पास आकर चल दिये !!