हिन्दी सदा
हिन्दी सदा
बन्दा हूँ पंजाब का, सभी मनाऊँ पर्व।
लिखता हूँ हिन्दी सदा, मुझको इसपर गर्व।।१।।
हिन्दी अपने देश की, भाषा सरल सुजान।
हिन्दी के उत्थान से, भारत का उत्थान।।२।।
हिन्दी कहे मुहावरे, औ" हिन्दी के गीत।
समरसता सब में भरें, सब बन जाते मीत।।३।।
हिन्दी के उत्थान में, सभी लगा दें जान।
और बढ़ावें विश्व में, यूँ भारत की शान। ।४।।
हिन्दी का तू मस्त हो, गाता चल गुणगान।
हिन्दी के ही कारणे, भारत बने महान। ।५।।
हिन्दी तो है देश की, भाषा सरल सटीक।
भाषा मीठी है बड़ी, लगती हमको नीक।।६।।
हिन्दी का उत्थान है, भारत का उत्थान।
हिन्दी से ही विश्व में, है भारत की शान। ।७।।
हिन्दू मुस्लिम सिख और , सभी जाति के लोग।
सब हैं हिन्दी बोलते, नदी नाव संयोग। ।८।।
हिन्दी का मैं आप से , कितना करूँ बखान।
हिन्दी भाषा तो अभी, है भारत की शान। ।९।
हिन्दी तो अब है हुई, दुनिया में मशहूर।
हिन्दी भाषा बोलकर, करे कुमार गरूर।।१०।।