प्रेम गीत
प्रेम गीत
जिंदगी के उबड़ खाबड़ रास्तों में जब डगमगाएंगे,
फिर तुम्हें आवाज देंगे और प्रेम गीत गुनगुनायेंगे।
हर तरफ अँधेरों का साया होगा,
खुशियों का नही कोई सरमाया होगा,
आस की उजास भी मध्दम होगी,
रीते हाथ नही कुछ जीवन में पाया होगा।
फिर यादों में बस तुम्हारा ही नाम हम सजायेंगे,
जीवन के अनमोल खजाने के रूप में इसे पाएंगे।
जब सर्दी के सर्द थपेडों से हम कांपेंगे,
जब सूरज की आँच से गर्मी को नापेंगे,
बारिश की हल्की फुहारे तन मन भींगायेगी,
अपनी ख़ुशियों को एक दूजे की मुस्कान से मापेंगे।
फिर एक दूजे को जीवन का सहारा हम बनाएंगे,
मुश्किल में भी होठों पर मुस्कान हम सजायेंगे।
जीवन में फूल संग चाहे काँटे भी मिलेंगे,
एक दूजे के प्रेम रंग में हम खूब खिलेंगे,
इंद्रधनुषी रंग से जीवन जब सज जायेगा,
दिनों दिन प्रगति पथ पर हम फूले फलेंगे।
और ईश्वर की नेमतों का शुक्रिया अदा कर जाएंगे,
उनके ही दुआओं से हम जीवन अपना सजायेंगे।