मैं शमा यूँही सदा जलती रहूँ
मैं शमा यूँही सदा जलती रहूँ
गाना: दिल के अरमाँ आँसुओं में
बह गये (फ़िल्म-निकाह)
मैं शमा यूँही सदा जलती रहूँ
पीर जग की मैं सदा हरती रहूँ
दर्द गम-औ-मुश्क़िलें सब दूर कर
आंधियों के बीच मे पलती रहूँ
नफरतों के बीज को करके दफ़न
झोलियाँ मैं प्यार से भरती रहूँ
ओढ़ जामा इश्क़ का झूमूँ सदा
बनके अमृत प्रीत सी झरती रहूँ।