मेरा सफ़र....।
मेरा सफ़र....।
हर किसी को मंजिल पाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और कामयाब होने के लिए धैर्य और प्रयासरत रहना भी आवश्यक है यह मुझे तब समझ आया जब मैंने अपना सफर शुरू किया...
कुछ पाने की जिद्द थी।कुछ कर गुजरने का जुनून था।पर कौनसी राह चुनूं क्या करूं बस यही सोच रही थी।और पास रखी डायरी में लिखने लगी अपने अल्फाजों को।जो दिल में खुद से सवाल थे उनके जबाव लिखे।जो दर्द दिल में छुपाए बैठी थी वो लिखा।जो बातें दिल को कचोटती थी वो लिखी।
और लिखा वो जिसने मेरी जिंदगी बदल दी अपने सपनों का सुनहरा भविष्य....वो कुछ इस प्रकार है....
मुझे अपनों की सोच ने सोचने को कर दिया मजबूर,
क्यों लड़कियों से कहा जाता है वो बेटा नहीं,
जो पापा का सहारा बन सके ?
क्यों हमें पापा के लिए कुछ करना है तो लड़का होना होगा ?
क्या हम लड़की होकर पापा के सपनों को पूरा नहीं कर सकते ?
क्यों हमें दो हिस्सों में बांट दिया जाता है ?
क्यों हर बार लड़कियां ही अग्नि परीक्षा देती है ?
क्या हम कभी खुद के सपनों को साकार कर सकती है ?
क्या हम खुद की अलग पहचान बना सकती है ?
क्या हम कभी खुद के लिए जीना सीख सकती है ?
क्या हम कभी खुद की प्रतिभा को निखारने की कोशिश कर सकती है ?
मेरा दिल हमेशा कहता हां,
... हम कर सकते हैं,
हमें करना होगा हमें आगे बढ़ना होगा,
समाज की सोच से आगे...
पर उसके लिए खुद को तैयार करना होगा..
मानसिक और भावनात्मक रूप से,
और मैंने अपने सफर की शुरुआत की। हां शुरू शुरू में थोड़ी दिक्कत आई। पर मैंने न लिखना छोड़ा न अपनी उम्मीद। हालांकि मेरे मातापिता को भी नहीं पता था कि मैं लिखती हूं। और अपनी पहली कविता लिखी जो शिक्षक दिवस पर प्रकाशित हुई और फिर धीरे धीरे मेरी कविताएं विभिन्न अखबारों और पत्रिकाओं साथ ही एंथोलॉजी में प्रकाशित हुई तथा आज मेरी चार किताबें भी प्रकाशित है।
और आज मैं स्टोरीमिरर एप पर लिखती हूं साथ ही अनेकों ग्रुप में जुड़ी हूं जहां मै अपने विचाऱो को अपनी कविताओं कहानियों के माध्यम से उजागर करती हूं।
मेरा उद्देश्य - मेरे विचार किसी के दिल को ठेस न पहुंचाएं और सभी को कुछ न कुछ प्रेरणा दे जिससे वो जीवन में कुछ कर पाएं और उसी उद्देश्य को साथ लेकर मैं हमेशा लिखती रहती हूं और आगे भी लिखती रहूंगी। नहीं पता मुझे मेरी मंजिल मिलेगी या नहीं पर विश्वास है मेरे विचार कहीं न कहीं किसी के लिए प्रेरणा बने होंगे और वो अपने सपने को साकार करने की कोशिश जरूर करेगा और साथ लड़कियां भी अपने सपनों को पूरा कर पाएगी अपने पापा का बेटा बन उनके सपनों को पूरा कर पाएंगी
यह था मेरी राइटिंग यात्रा का छोटा सा सफर।